
Source – https://www.reuters.com/business/metas-profit-hit-by-16-billion-one-time-tax-charge-2025-10-29/
मेटा ने अगले साल अधिक पूंजीगत खर्च न जताया है, क्योंकि मार्क ज़करबर्ग ने कंपनी की आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस (AI) क्षमताओं को आक्रामक रूप से विस्तार देने की योजना पेश की है।
कंपनी ने कहा कि वह अपने डेटा सेंटर, कंप्यूटिंग इंफ़्रास्ट्रक्चर और AI मॉडल्स के विकास में बड़े पैमाने पर निवेश करेगी। ज़करबर्ग ने इस निवेश को “मेटा के अगले दशक की नींव” बताया और कहा कि कंपनी न केवल सोशल मीडिया बल्कि जनरेटिव AI और मेटावर्स में भी अग्रणी भूमिका निभाने की दिशा में काम कर रही है।
मेटा ने चेतावनी दी कि इन योजनाओं की वजह से 2026 में उसके पूंजीगत व्यय में तेज़ वृद्धि हो सकती है। इसमें नए चिप्स, सर्वर और उन्नत डेटा सेंटर के निर्माण पर खर्च शामिल होगा।
ज़करबर्ग ने निवेशकों से कहा कि AI में यह विस्तार “लंबी अवधि के लिए आवश्यक” है, भले ही इसका अल्पकालिक असर कंपनी की लाभप्रदता पर पड़े।
मेटा का फोकस अब तेजी से AI इकोसिस्टम और इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण पर है।
कंपनी ने 2026 में अधिक पूंजीगत खर्च की चेतावनी दी है।
ज़करबर्ग का लक्ष्य है कि मेटा AI को अपने सभी उत्पादों – जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सऐप और रियलिटी लैब्स – में गहराई से एकीकृत करे।
29 अक्टूबर (रॉयटर्स) – मेटा (META.O) ने बुधवार को कहा कि कंपनी को अगले साल “काफी अधिक” पूंजीगत खर्च (capital expenses) की उम्मीद है। इसका कारण है कंपनी का आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) में बड़ा निवेश, जिसमें AI को आगे बढ़ाने के लिए डेटा सेंटरों का आक्रामक विस्तार शामिल है।
फेसबुक और इंस्टाग्राम की मूल कंपनी मेटा ने तीसरी तिमाही में अपनी आय (revenue) में 26% की वृद्धि दर्ज की, जो बाजार के अनुमानों से बेहतर रही। हालांकि, इसी अवधि में कंपनी की लागत (costs) में 32% की बढ़ोतरी हुई – यानी खर्चों की वृद्धि दर राजस्व वृद्धि से अधिक रही।
इन आंकड़ों से संकेत मिलता है कि मेटा की AI महत्वाकांक्षाएं कंपनी के वित्तीय दबाव को बढ़ा सकती हैं, भले ही उसके विज्ञापन कारोबार में सुधार जारी है।
मेटा के शेयरों में तेज़ गिरावट, ज़करबर्ग की आक्रामक AI योजनाओं से निवेशक चिंतित
(29 अक्टूबर, रॉयटर्स) – मेटा के शेयर, जो इस साल अब तक 28% बढ़ चुके थे, बुधवार को बाजार बंद होने के बाद 8% गिर गए, क्योंकि वॉल स्ट्रीट ने मार्क ज़करबर्ग की नई, और भी बड़ी AI डेटा सेंटर विस्तार योजनाओं पर चिंता जताई, जो आने वाले समय में कंपनी के मुनाफ़े के मार्जिन पर दबाव डाल सकती हैं।
कंपनी ने लगभग 16 अरब डॉलर का एकमुश्त (one-time) चार्ज भी दर्ज किया, जो अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ‘Big Beautiful Bill’ से जुड़ा है, जिससे उसकी तीसरी तिमाही का लाभ बुरी तरह प्रभावित हुआ। इस चार्ज को छोड़ दें तो कंपनी का तिमाही शुद्ध लाभ (net income) 18.64 अरब डॉलर होता, जबकि रिपोर्ट किया गया लाभ सिर्फ 2.71 अरब डॉलर रहा।
सुपरइंटेलिजेंस की ओर मेटा का दांव
AI की दौड़ में देर से उतरने के बाद अब मेटा ने “सुपरइंटेलिजेंस” हासिल करने का लक्ष्य तय किया है – यानी वह स्तर, जहां मशीनें इंसानों से अधिक सोचने में सक्षम हों।
इस दिशा में कंपनी सैकड़ों अरब डॉलर खर्च करने की योजना बना रही है, ताकि कई विशाल AI डेटा सेंटर बनाए जा सकें और बढ़ती कम्प्यूटिंग ज़रूरतों को पूरा किया जा सके।
ज़करबर्ग ने विश्लेषकों से कहा:
“लोगों के बीच इस बात को लेकर अलग-अलग अनुमान हैं कि सुपरइंटेलिजेंस कब हासिल होगी।
मुझे लगता है कि हमें शुरुआती चरण में ही आक्रामक तरीके से क्षमता निर्माण पर ध्यान देना चाहिए, ताकि हम सबसे आशावादी समयरेखा के लिए तैयार रहें।”
उन्होंने कहा कि यदि सुपरइंटेलिजेंस हासिल करने में अपेक्षा से अधिक समय लगा, तो मेटा इस अतिरिक्त कंप्यूट क्षमता का उपयोग अपने मुख्य व्यवसाय को तेज़ी देने में करेगी। और सबसे खराब स्थिति में, नई इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं को अस्थायी रूप से धीमा किया जा सकता है।
विशेषज्ञों की राय
Emarketer के सीनियर डायरेक्टर जेरेमी गोल्डमैन ने कहा:
“कई वर्षों की अनिश्चितता के बाद कंपनी ने फिर से अपनी लय पा ली है – वही काम करके जो वह सबसे अच्छा करती है:
ध्यान आकर्षित करना और उसे बेहद कुशलता से मुनाफ़े में बदलना।
जब बाकी कंपनियाँ अभी भी AI के ‘moonshot’ प्रोजेक्ट्स की बात कर रही हैं, मेटा ने चुपचाप AI को अपनी मार्जिन रणनीति का हिस्सा बना लिया है।
उसके विज्ञापन टूल्स पहले से तेज़ और अधिक स्मार्ट हैं, और शॉर्ट-फॉर्म वीडियो बिज़नेस अब वास्तविक मुनाफ़ा दे रहा है।”
AI में आक्रामक निवेश और नई भर्ती
माइक्रोसॉफ्ट और गूगल जैसे प्रतिद्वंद्वियों से प्रतिस्पर्धा के लिए मेटा ने जून में अपने AI कार्यों को “सुपरइंटेलिजेंस लैब्स” नामक नए यूनिट में पुनर्गठित किया।
ज़करबर्ग ने खुद AI प्रतिभा की भर्ती (hiring spree) को आक्रामक रूप से आगे बढ़ाया है, और मेटा अब Nvidia के लोकप्रिय AI चिप्स के सबसे बड़े ख़रीदारों में से एक है।
ज़करबर्ग ने कहा:
“मेटा सुपरइंटेलिजेंस लैब्स की शुरुआत बेहद मजबूत रही है।
मेरा मानना है कि हमने पहले ही उद्योग में सबसे अधिक प्रतिभाशाली टीम तैयार कर ली है।
हम उतनी कंप्यूटिंग क्षमता भी बना रहे हैं, जो उद्योग में अग्रणी स्तर की होगी।”
संक्षेप में:
मेटा का तीसरी तिमाही का राजस्व बढ़ा, लेकिन लागत उससे ज़्यादा तेज़ी से बढ़ी।
“सुपरइंटेलिजेंस” के लक्ष्य के तहत कंपनी भारी AI निवेश कर रही है।
निवेशक चिंतित हैं कि बढ़ते खर्च से कंपनी के लाभ मार्जिन पर दबाव बढ़ सकता है।
ज़करबर्ग का मानना है कि यह “लंबी अवधि की रणनीतिक तैयारी” है, जो मेटा को भविष्य के AI युग के लिए तैयार करेगी।
Source – https://www.reuters.com/business/metas-profit-hit-by-16-billion-one-time-tax-charge-2025-10-29/