

गर्मियों की छुट्टियों में शहर से आए आरव को गंगा किनारे मंदिर की सीढ़ियों पर बैठी स्नेहा से वो सुकून मिला, जो कभी शहर की भीड़ में नहीं मिला था। Click
वो चिट्ठी जो कभी पोस्ट नहीं हुई

कभी-कभी कुछ प्रेम कहानियाँ अधूरी रहकर ही अमर हो जाती हैं। मीरा और अयान की तरह।
जहाँ एक मोहब्बत चिट्ठी में छुपी थी, और दूसरी… एक अधूरी मुलाक़ात में। Click

गाँव की गलियों की पृष्ठभूमि में यह चित्र एक भोले-भाले प्रेम की झलक दिखाता है, जहाँ नज़रें झुकी हैं मगर दिलों में एहसास उमड़ रहे हैं।
यह दृश्य मासूमियत, संकोच और पहली मोहब्बत की ख़ामोश भाषा को खूबसूरती से बयान करता है। Click

रीमा, एक साधारण कॉलेज छात्रा, बचपन से ही प्यार और अपनापन तलाशती रही है। माता-पिता के तनावपूर्ण रिश्तों और बचपन की कमी ने उसके भीतर एक गहरा खालीपन छोड़ दिया।Click
अनकहे इशारे और भीनी-भीनी रातें

सुबह का आँगन, कुएँ पर जाती गीता की चूड़ियों की खनक ,संध्या के दीपक की रोशनी और बारिश में भीगे पल ये सब उनके प्रेम की बुनियाद हैं। Click

आन्या लौट तो जाती है, पर पहाड़ों की उस धुंध में उसके दिल का एक हिस्सा हमेशा के लिए रह जाता है जहाँ प्यार, रहस्य और पछतावा एक साथ घुल गए थे। Click

सेंट जूड्स हाई स्कूल के भयानक ‘साइलेंट विंग’ में 12वीं का छात्र आरोव एक रहस्यमय लड़की सिया से प्यार कर बैठता है, जिसका स्पर्श बर्फ़-सा ठंडा है। Click
रहस्यमय ब्लाइंड डेट: झिलमिलाती लालटेन

उसने सोचा था कि यह कॉफ़ी और बातचीत होगी। मगर ‘झिलमिलाती लालटेन’ कैफ़े में उसकी ब्लाइंड डेट एक कोड, एक भगोड़ी और एक चाँदी की रहस्यमय घड़ी निकली। Click

गाँव रामपुर में राजू और मोहन नाम के दो मित्र रहते थे। दोनों की दोस्ती बचपन से गहरी थी। राजू तेज़ और थोड़ा स्वार्थी था, जबकि मोहन शांत और समझदार। एक दिन दोनों लकड़ी काटने जंगल गए, जहाँ अचानक एक बड़ा भालू आ गया। Click

कहानी “गाँव की पगडंडी पर” एक छोटे से गाँव में पनपते रिश्ते, अनकहे आकर्षण की दास्तान है। अभय पढ़ाई के लिए शहर जाता है, पर छुट्टियों में गाँव लौटकर अपनी बचपन की साथी सुधा से मिलने का अवसर मिलता है Click

रामपुरा गाँव में रहने वाले रवि और सुजाता की साधारण ज़िंदगी एक बरसात की रात,तालाब के पास खून से सना कपड़ा अचानक रोमांचक और डरावनी बन जाती है। Click

बरसों का मौन एक बारिश की रात में टूट गया, और फ़ायरप्लेस की अंतिम आंच उनकी आत्माओं की संधि बन गई। आरव और कियारा की इंतज़ार की शाम । Click

आदित्य ने अपनी मोटरसाइकिल रोकी और आँखें बंद करके लंबी साँस ली। हवा में मिट्टी, गीली घास और दूर बहती नदी की ठंडी सुगंध थी। Click