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अब ख़ामेनेई को ज़िंदा रहने नहीं दिया जा सकता – इज़राइल की सीधी धमकी

तेल अवीव के पास एक अस्पताल पर ईरान की मिसाइल गिरने के बाद इज़राइल के रक्षा मंत्री इज़राइल काट्ज़ ने कहा कि अब ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली ख़ामेनेई को “ज़िंदा रहने की इजाज़त नहीं दी जा सकती।”

काट्ज़ ने कहा कि अस्पताल पर हमले की पूरी ज़िम्मेदारी ख़ामेनेई पर डाली जाएगी।

उन्होंने कहा, “डरपोक तानाशाह ख़ामेनेई एक मज़बूत बंकर में छुपा बैठा है और वहाँ से इज़राइल के अस्पतालों और रिहायशी इलाकों पर मिसाइलें चलवा रहा है। ये बहुत ही गंभीर युद्ध अपराध हैं – और इसका जवाब मिलेगा।”

उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री और उन्होंने इज़राइली सेना (IDF) को आदेश दे दिया है कि ईरान में अहम और सरकारी ठिकानों पर हमले और तेज़ किए जाएं, ताकि इज़राइल को जो खतरा है, उसे जड़ से खत्म किया जा सके।

इस हमले पर ईरान की सफाई भी आई है। ईरान का कहना है कि असली निशाना अस्पताल नहीं, बल्कि पास में बना इज़राइल का मिलिट्री और इंटेलिजेंस बेस था। ईरानी न्यूज़ एजेंसी IRNA के मुताबिक, अस्पताल को सिर्फ धमाके की लहर ने नुकसान पहुँचाया।

इस बीच, इज़राइल ने भी जवाबी हमला तेज़ कर दिया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, इज़राइली एयर स्ट्राइक्स में ईरान के कई बड़े सैन्य अधिकारी, न्यूक्लियर साइंटिस्ट और संवेदनशील न्यूक्लियर साइट्स को निशाना बनाया गया है।

तेहरान में ही 50 से ज़्यादा जगहों पर हमला हुआ है, जिनमें यूरेनियम एनरिचमेंट से जुड़ी फैसिलिटीज़ भी शामिल हैं।

इधर, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ‘बिना शर्त सरेंडर’ की अपील को भी ईरान ने सिरे से खारिज कर दिया है। ख़ामेनेई ने टीवी पर बोलते हुए कहा, “जो लोग ईरान और इसकी जनता को जानते हैं, वो कभी धमकी की भाषा नहीं बोलते। ईरानी लोग कभी झुकते नहीं। अमेरिका को समझ लेना चाहिए कि अगर उन्होंने हमला किया, तो उन्हें ऐसी चोट लगेगी जो कभी नहीं भर पाएगी।

Sources: ndtv